Home facts गूगलबॉट क्या है और ये कैसे काम करता है?

गूगलबॉट क्या है और ये कैसे काम करता है?

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google bot kya h

    Googlebot kya hota hai

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    गूगल बाट गूगल का एक सॉफ्टवेयर है जो वेबसाइट यूआरएल लिंक को क्रोल करता है और उसे गूगल के डेटाबेस में उपयुक्त कैटेगरी में स्टोर कर देता है । गूगल इंडेक्स में स्टोर होने के बाद जब भी कोई व्यक्ति गूगल पर किसी कीवर्ड को सर्च करता है तो उससे जुड़ा आर्टिकल जिसे गूगलबाट ने क्राल करके इंडेक्स किया है , वह आर्टिकल सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर आ जाता है ।

    गूगलबाट  को ना ही गूगल और ना ही क्रिएटर या यूजर कंट्रोल कर सकता है । यह एक प्रकार का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जो हमेशा वेबसाइट के यूआरएल को क्रॉल करता रहता है और उसे इंडेक्स करता रहता है । सर्च कंसोल में यूआरएल कोइंस्पेक्ट करके आप बस गूगलबाट को सलाह दे सकते हैं ऑर्डर नहीं ।

    Crawler , Web crawler , GoogleBot एक ही है । यह सभी गूगलबाट  के पर्याय हैं और इन सभी का उपयोग गूगल के द्वारा अलग-अलग वेबसाइट के URL को इंडेक्स करने के लिए होता है ।


    GoogleBot कितने प्रकार का होता है?


    अब तक आप समझ गए हैं गूगलबाट क्या होता है और ab janege कि इसका उपयोग और जरूरत क्या है ?
     मगर एक सवाल आपके दिमाग में आ रहा होगा कि कि क्या गूगल बाट सिर्फ वेबसाइट को क्राल करता है ?

    जवाब है बिल्कुल नहीं गूगलबाट एक प्रकार का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर है जो सर्च इंजन पर अपलोड किए जा रहे हैं या अपडेट किए जा रहे मौजूद हर तरह का कॉन्टेंट को क्रॉल करता है । ऑडियोज, वीडियोस ,इमेज, ब्लॉग ,बुक ,एड और अन्य सभी प्रकार के कॉन्टेंट जो सर्च इंजन पर उपलब्ध है वह गूगल बोर्ड के ही द्वारा क्रोल किया जाता है और इंडेक्स किया जाता है ।

    गूगलबाट अनेक प्रकार के होते हैं और इन सभी का काम एक ही मकसद के लिए एक ही तरीके से अलग-अलग कॉन्टेंट पर होता है –

    Mobile googlebot क्या होता है?


    मोबाइल गूगलबाट  मुख्य रूप से मोबाइल फ्रेंडली यूआरएल लिंक को कॉल करता है और उसे इंडेक्स करता है । इस माध्यम से गूगलबाट  यह क्रॉल करता है की कॉन्टेंट का लिंक मोबाइल यूजर्स के लिए कितना सही है और उसी अनुसार इंडेक्स करता है ।

    Desktop googlebotक्या होता है?


    इस माध्यम से गूगल बहुत डेस्कटॉप नोट के वेबसाइट कॉन्टेंट का यूआरएल लिंक को क्रोल कर इंडेक्स करता है ।
    यह मुख्यतः डेक्सटॉप यूजर के लिए लिंक को क्रोल कर इंडेक्स करता है ।

    Video Google botक्या होता है?


    जब भी ब्लॉक में यूट्यूब वीडियोस या कोई और वीडियो को ऐड किया जाता है तो वीडियो गूगलबाट  उस वीडियो को क्रोल करके इंडेक्स करता है । इस माध्यम से वीडियो स्कोर सर्च इंजन रिजल्ट पेज के वीडियो सेक्शन में रैंक किया जाता है ।

    Image googlebot क्या होता है?


    इमेज गूगलबाट वेबसाइट कॉन्टेंट में एड और अपलोड किए गए फोटोस और इमेजेस को के url लिंक को कॉल करता है और उसे इंडेक्स करता है ताकि सर्च इंजन पेज रिजल्ट के इमेज सेक्शन में डाल सके ।

    News googlebot क्या होता है?


    वेबसाइट कंटेंट में न्यूज़ को क्रॉल कर उसे इंडेक्स करने का काम न्यूज़ गूगल वोट करता है । इस माध्यम से कीवर्ड रिसर्च किए जाने पर यूजर्स को न्यूज़ सेक्शन में सटीक न्यूज़ मिल जाता है ।

    Book googlebot क्या होता है?


    अगर आप वेबसाइट कॉन्टेंट में किसी प्रकार का बुक या उसका एफिलिएट लिंक को उपयोग करते हैं तो गूगल का यह वोट यानी बुक गूगलबाट आपके ओके लिंक को खोलकर इंडेक्स करता है ताकि यूजर्स को बुक सर्च करने पर भूख सेक्शन में डायरेक्ट लिंक प्रोवाइड किया जा सके ।

    AdSense googlebot क्या होता है?


    गूगल ऐडसेंस दो प्रकार से काम करता है एक ऑटोमेटिक और दूसरा मैनुअल । मैनुअल ऐडसेंस में तो वेबसाइट मैनेजर को खुद से ऐड कंट्रोल करना पड़ता है मगर ऑटोमेटिक गूगल ऐडसेंस गूगलबाट आपके वेबसाइट को रोल करता है और कॉन्टेंट के अनुरूप ऐड लगाया जाता है ।


    आपने समझा कि गूगलबाट क्या होता है इसका उपयोग क्या है और इसके कितने प्रकार होते हैं । अब आप जानेंगे कि गूगल वोट कैसे काम करता है । अगर आप एक कंटेंट क्रिएटर है जो सर्च इंजन यानी गूगल पर कॉन्टेंट अपलोड करते हैं ,तो आपके लिए यह जानना बेहद आवश्यक है की-

    सर्च इंजन काम कैसे करता है ?

    सर्च इंजन के काम करने के तरीके को अगर आप समझ जाएंगे तो गूगलबाट कैसे काम करता है यह बिल्कुल क्लियर हो जाएगा । गूगलबाटसर्च इंजन के काम करने का मात्र एक हिस्सा है ।

    ब्लॉगर अपने कांटेक्ट को क्रॉल कैसे करवाता है?


    गूगल पर कॉन्टेंट को क्रॉल करवाने का सबसे आसान तरीका है। गूगल सर्च कंसोल में Blog URL को इंस्पेक्ट करवाना । इस तरीके से आप सीधे तरीके से गूगल क्रॉलर को यह सलाह देते हैं कि आपके वेबसाइट पर एक नया यूआरएल अपलोड हुआ है । इस काम को करने के बाद यह शत प्रतिशत गूगल के क्रॉलर पर निर्भर करता है कि वह आपके कॉन्टेंट को कब और कैसे क्रॉल करता है ।

    सर्च कंसोल के मदद से क्रॉल करवाने के बाद क्रॉलर आपके कॉन्टेंट को गूगल के लोकल सर्वर में अपलोड कर देता है । .

    अगले स्टेप में क्रॉलर लोकल सर्वर से आपके कॉन्टेंट को इंडेक्सेरर की मदद से मेन सर्वर में अपलोड कर देता है ।
    मैन सर्बर में अपलोड करने का मतलब है कि गूगल के डाटा बेस में आपके कॉन्टेंट का सेव हो जाना । गूगल मैन सर्बर में कॉन्टेंट अलग-अलग कैटेगरी में इंडेक्स हो जाता है ।

    मैन सर्बर में अपलोड हो जाने के बाद जब भी कोई यूजर सर्च इंजन पर किसी की वर्ड को सर्च करता है तो गूगल अपने रैंकिंग एल्गोरिदम से यह पूछता है कि किस कॉन्टेंट को ऊपर दिखाया जाए । इसके बाद रैंकिंग एल्गोरिदम मेन सर्वर से खोजें हुए कैटेगरी के कॉन्टेंट को एल्गोरिदम के मुताबिक ऊपर से नीचे रैंक करके गूगल को भेज देता है । और इसी प्रकार से आपका कॉन्टेंट गूगल के सर्च इंजन पेज रिजल्ट पर आता है ।






    Page crawl kaise karwaye


    इमेज, वीडियोस या किसी प्रकार का वेबसाइट कंटेंट हो अगर आप गूगल सर्च इंजन पर अपने कॉन्टेंट को इंडेक्स करवाना चाहते हैं तो आपको गूगल सर्च कंसोल का मदद लेना होगा । गूगल सर्च कंसोल गूगल का एक महत्वपूर्ण टूल है जिसके मदद से आप अपने कंटेंट यूआरएल को इंस्पेक्ट करवा कर इंडेक्स करवा सकते हैं ।

    दोस्तों  गूगल सर्च कंसोल गूगल का सबसे महत्वपूर्ण टूर है अगर आप एक कंटेंट क्रिएटर है तो, जब गूगल सर्च कंसोल नहीं था , तो यह बात पूरी तरीके से गूगलबाट  पर निर्भर करता था कि आपका कंटेंट कब इंडेक्स होगा । कॉन्टेंट इंडक्शन में कभी महीनों लग जाते थे । मगर अब सर्च कंसोल से मदद से आप गूगल बोट को सलाह दे सकते हैं कि आपने अपनी वेबसाइट पर नया कॉन्टेंट अपलोड किया है और क्रॉलर उस यूआरएल को कॉल करें । .

    याद रखिएगा आप किसी भी परिस्थिति में क्रॉलर को कंट्रोल नहीं कर सकते हैं, अपने कंटेंट को सर्च इंजन के रिजल्ट पेज पर बुलाने के लिए आप सिर्फ और सिर्फ सर्च कंसोल के मदद से गूगल क्रॉलर को सलाह दे सकते हैं और यह हिंट दे सकते हैं कि वह आपके वेबसाइट को कॉल करें ।

    Googlebot के फ़ायदे


    जैसा कि मैंने बताया की गूगलबाट आपके कंटेंट को क्रॉल करता है और इंडेक्सर के मदद से उसे गूगल के मेन सरवर में इंडेक्स करता है ।अगर गूगल क्रॉलर ने सफलतापूर्वक आपके  कंटेंट को इंडेक्स कर दिया तो समझिए आपका  कंटेंट सर्च इंजन पेज रिजल्ट पर आने लगेगा ।

    गूगल व्हाट के फायदे जानने के लिए यह सोचिए कि अगर गूगल वोट नहीं रहता ????


    जितनी आसानी से आप अपने  कंटेंट को इंडेक्स करवा पाते हैं यह बेहद कठिन हो जाता और ब्लॉगिंग और कंटेंट क्रिएशन का दौर अभी चल रहा है वह कभी नहीं आ पाता । गूगल व्हाट सर्च इंजन का सबसे महत्वपूर्ण अंग है ।

    दोस्तों गूगल के पास अपना कोई डाटा नहीं है आप जो भी सर्च करते हैं वह किसी न किसी ब्लॉगर के द्वारा लिखा हुआ होता है या किसी न किसी कंटेंट क्रिएटर के द्वारा बना हुआ वीडियो या फोटो होता है । गूगल बस इन्हें क्रॉल करके अपने एल्गोरिदम के अनुसार अपने सर्च इंजन पेज पर इसे दिखाता है ।