श्री श्री रविशंकर कौन है ?
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श्री श्री रविशंकर जी आध्यात्मिक गुरु के अलावा शांति राजदूत के लिए भी जाने जाते हैं। इनका जन्म 13 मई 1956 को पापनसम तमिलनाडु भारत में हुआ था। इनके पिता आर एस वेंकट रत्नम हैं और माता का नाम विशासश्री है।उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा एम.एस.पी बेंगलुरु स्कूल से की थी और आगे कॉलेज की भी पढ़ाई बेंगलुरु के सेंट जोसेफ स्कूल से ही पूरी की । इन्होंने विज्ञान में स्नातक के अलावा वैदिक साहित्य में स्नातक की उपाधि मात्र 17 वर्ष की उम्र में ली थी। श्री रविशंकर जी ने भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित सीमा में 10 दिनों के मोन में गए थे। जिससे सुदर्शन क्रिया का जन्म हुआ था यह एक स्वार्थ तकनीक है । रवि शंकर जी के द्वारा स्थापित की गई ऑल लिविंग फाउंडेशन को आज पूरे दुनिया के 150 से ज्यादा देशों ने अपनाया है। श्री श्री रविशंकर पूरी दुनिया के में लाखों चाहनेवाले है। रविशंकर जी के द्वारा पुरी दुनिया में किए गए अच्छे कार्यों के लिए इन्हें कई बार पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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श्री श्री रविशंकर जी उम्र,परिवार,घर । Sri Ravisankar age,family,education
पूरा नाम Real Name – रविशंकर Sri Ravisankar
जन्म स्थान Birthplace – पप्पानसम तमिलनाडु भारत
जन्मतिथि D.O.B – 13 मई 1956
पेसा Profession – आध्यात्मिक गुरु शांति राजदूत
पिता का नाम father name – आर .एस वेंकट रत्नम
माता का नाम mother name – विशालश्री रत्नम
भाई-बहन – भानुमति नरसिम्हन
पत्नी –
स्कूल – एम.एस.सी बेंगलुरु
कॉलेज – बेंगलुरु सेंट जोसेफ कॉलेज
शैक्षणिक योग्यता education qualification – विज्ञान से स्नातक, वैदिक साहित्य स्नातक.
लंबाई Heights – 5’5” फीट में
वजन /भार Weights – 70Kgकिलोग्राम
बाल का रंग – काला Black
आंखों का रंग – काला Black
श्री श्री रविशंकर का परिवार।Sri Sri Ravisankar Family.
रविशंकर जी का जन्म गांव पप्पानसम राज्य तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता का नाम वेंकट रत्नम और माता जी का नाम विशासश्री रत्नम है। उनकी एक छोटी बहन है जिनका नाम भानुमती नरसिम्हन है। जो पेसे से आर्ट ऑफ लीविंग महिला और बाल कल्याण कार्यक्रम के निर्देशक के पद पर कार्यरत है।
श्री श्री रविशंकर का शिक्षा और जन्म।Sri Sri Ravisankar education and birthday.
रवि शंकर का जन्म सन 1956 में पप्पानसम तमिलनाडु भारत में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई एम.एस.सी बेंगलुरु स्कूल से पूरी की थी. आगे इन्होंने कॉलेज की पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉलेज से विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की. इस दौरान उन्होंने वैदिक साहित्य में भी स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
श्री श्री रविशंकर जी को मिले पुरस्कार एवं उपलब्धियां।Sri Sri Ravisankar Awards and Achievements
श्री श्री रविशंकर जी को पूरी दुनिया उनके अच्छे कार्यों के लिए जानते हैं रविशंकर आध्यात्मिक गुरु के अलावा जरूरतमंदों के लिए कई निशुल्क संस्था की स्थापना की है। इन सब के लिए भारत ही नहीं पूरी दुनिया ने उन्हें कई बार पुरस्कार से सम्मानित किया है।
जो इस प्रकार है:-
- रवि शंकर जी को पहली बार 1986 को भारत के राष्ट्रपति के द्वारा योग शिरोमणि का शीर्षक दिया गया।
- रवि शंकर जी को वर्ष 1997 को भारत सरकार द्वारा गुरु महात्मय खिताब से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2005 में रविशंकर जी को शिरोमणि पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया इसी साल 2005 को रविशंकर जी को अमेरिका में इम्यूनिटीआरी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।
- रविशंकर जी को 2012 में पराग्वे देश के सरकार के द्वारा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से नवाजा गया.
- भारत सरकार ने 2016 में रवि शंकर जी को पद्म विभूषण अवार्ड से सम्मानित किया । रविशंकर जी को इस वर्ष डॉक्टर नरेंद्र सिंह अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार भी मिला।
- पेरू देश ने हूमैनिटेरियन अवार्ड फ्रामद मुंसिपलटी ऑफ लीमा पुरस्कार से 2015 को सम्मानित किया।
- 2018 में ब्राजील ने रविशंकर जी को फ्रेंड ऑफ मिलिट्री पुलिस ऑफ ब्राजील से सम्मानित किया ।
आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन की शुरुआत। Art of living Faundation details.
1981 में रवि शंकर जी ने आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन की स्थापना की थी। इस फाउंडेशन से दुनिया के 150 से ज्यादा देश अब तक जुड़ चुके हैं। शुरुआत में रविशंकर अलग-अलग देशों में जाकर उनके बारे में लोगों को जागरूक किये। उन्होंने पहली बार 1983 में स्विजरलैंड मे आर्ट ऑफ लिविंग कोर्स को आयोजित किया। आगे उन्होंने 1986 में आर्ट ऑफ लिविंग को कैलिफोर्निया में भी स्थापित किये।
श्री श्री रविशंकर का आध्यात्मिक गुरु बनने की शुरुआत.
रविशंकर जी ने अपनी उच्च स्तर की शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने वैदिक विज्ञान से जुड़े उस बीच उपदेशो को लोगों के बीच बाटना शुरू किया। उन्होंने ये सब महर्षि महेश योगी के साथ मिलकर 1980 से आध्यात्मिक प्रचार को पूरी दुनिया तक पहुंचाना शूरू किया था।
रविशंकर के विचार।Sri Sri Ravisankar Thinking
श्री श्री रविशंकर जी कहते हैं प्यार वह है जिसे आप पूरी तरह से व्यक्त या छिपा नहीं सकते हैं, सौंदर्य वह है जिसे आप किसी दूसरे को ना दे सकते हैं और ना त्याग सकते हैं, सत्य वह है जिसे आप टाल नहीं सकते, इन्होंने मनुष्य को हिंसा मुक्त समाज, रोग मुक्त शरीर ,भ्रम मुक्त मन, अवरोध मुक्त स्मृति और दुख मुक्त आत्मा का ज्ञान दिया।
- वैसे मैं रविशंकर जी भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अध्यात्मिक गुरु और शांति राजयोग के रूप में जाने जाते हैं .उन्होंने पूरी दुनिया में घूम घूमकर अपने फाउंडेशन के जरिए अहिंसा और शांति के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया उन्होनें इस बीच कई अच्छे कार्य भी किये।
- जो इस प्रकार है.
- उन्होंने सन 1992 में जेल के कैदियों को एक अच्छे जीवन की पहल दी थी। इन सब से जुड़े उन्होंने कैदियों को बेहतर रोजगार के लिए एक समारोह भी किया था।
- सन् 1997 में रवि शंकर जी ने इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यू की स्थापना की अब तक इस फाउंडेशन से 40212 से भी अधिक गांव जुड़ चुके है।
- रविशंकर ने 2004 में आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के द्वारा देश में आई सुनामी पीड़ितों के लिए भोजन और आश्रय देने का काम भी किया।
- रविशंकर जी ने 2012 में दिल्ली गैंगरेप मामले को लेकर अपनी आवाज उठाई थी।
- रवि शंकर जी ने 3 लाख से भी ज्यादा युवाओं को उद्यमिता कौशल में प्रशिक्षित करने का काम किया।
- उन्होंने 60 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण के अलावा कुएं ,घर और भी कई नेक काम किये।
रवि शंकर जी से जुड़े विवाद। Sri sri Ravisankar Controversy
- रवि शंकर जी ने 2012 मे जयपुर मे एक बयान देते हुए कहा की सरकारी स्कूल मे नक्सलवाद बनने को बढावा दिया जाता है।जिस कारण उसी साल उन पर केस दर्ज भी किया गया था
- रवि शंकर जी ने रम मंदिर भूमि को ले कर भी उनके बयान से विवाद उढ गया था। उनहोंने कहा कि मंदिर वही बने पर मह्जिद कही ओर बने। जिस वजह से समुदाय के लोगो ने इनका विरोद्ध किया था।
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