चाणक्य निति:इस तरह कमाए गए धन से आती है दरिद्रता
चाणक्य निति:इस तरह कमाए गए धन से आती है दरिद्रता
आचार्य चाणक्य की गिनती विश्व के श्रेष्ठतम विद्वानों में की जाती है।
आचार्य चाणक्य की गिनती विश्व के श्रेष्ठतम विद्वानों में की जाती है।
आचार्य चाणक्य राजनीति, कूटनीति व युद्धनीति में निपुण ही नही इन सभी विषयों पर नीतियों का निर्माण भी किया था।
आचार्य चाणक्य राजनीति, कूटनीति व युद्धनीति में निपुण ही नही इन सभी विषयों पर नीतियों का निर्माण भी किया था।
आइए जानते हैं की माता लक्ष्मी को किस तरह रखा जाता है प्रसन्न और किस तरह का धन हो जाता है जल्दी नष्ट
आइए जानते हैं की माता लक्ष्मी को किस तरह रखा जाता है प्रसन्न और किस तरह का धन हो जाता है जल्दी नष्ट
3.व्यक्ति अगर चोरी, जुआ, अन्याय और धोखा देकर धन कमाता है तो वह धन भी शीघ्र नष्ट हो जाता है।
3.व्यक्ति अगर चोरी, जुआ, अन्याय और धोखा देकर धन कमाता है तो वह धन भी शीघ्र नष्ट हो जाता है।
इसलिए कभी भी अन्याय या झूठ बोलकर धन अर्जित नहीं करना चाहिए।
इसलिए कभी भी अन्याय या झूठ बोलकर धन अर्जित नहीं करना चाहिए।
2.निर्धनता, रोग, दुख, बंधन और बुरी आदतें यह सभी मनुष्य के कर्मों का ही फल होती हैं
2.निर्धनता, रोग, दुख, बंधन और बुरी आदतें यह सभी मनुष्य के कर्मों का ही फल होती हैं
इसलिए व्यक्ति को सदैव अच्छे ही कर्म करने चाहिए तभी आप पर लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
इसलिए व्यक्ति को सदैव अच्छे ही कर्म करने चाहिए तभी आप पर लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
1.व्यक्ति को दुख अथवा झूठ बोलने जैसी बुरी आदतों से बचना चाहिए,यह सभी कर्म व्यक्ति को धन से वंचित करता है।
1.व्यक्ति को दुख अथवा झूठ बोलने जैसी बुरी आदतों से बचना चाहिए,यह सभी कर्म व्यक्ति को धन से वंचित करता है।
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चाणक्य नीति:आचार्य चाणक्य के अनुसार इन 4 लोगो से दूर रहने में ही व्यक्ति की भलाई है...
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