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महात्मा गांधी की जीवनी ।Mahatma Gandhi biography in hindi

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महात्मा गांधी की जीवनी ।Mahatma Gandhi biography in hindi

महात्मा गांधी की जीवनी।  Mahatma Gandhi biography in hindi

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नाम – महात्मा गांधी

असल नाम –  मोहनदास करमचंद गांधी

उपनाम –  राष्ट्रपिता महात्मा और बापू

व्यवसाय –  राजनीतिक वकील दार्शनिक

जन्म तिथि –  2 अक्टूबर 1869

आयु  – 78 वर्ष 1948 के अनुसार

जन्म स्थान –  पोरबंदर गुजरात भारत

राशि –  तुला

राष्ट्रीयता –  भारतीय

मृत्यु तिथि –  30 जनवरी 1948

मृत्युस्थल  – नई दिल्ली भारत

समाधि स्थल  –  राजघाट नई दिल्ली

स्कूल – अल्फ्रेड हाई स्कूल राजकोट

कॉलेज –  सामलदास कॉलेज गुजरात ,यूसीएल फैकेल्टी आफ लॉ यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन

शैक्षणिक योग्यता  – बेरिस्टर

धर्म – हिंदू

गांधीजी के पसंदीदा चीजें

गांधीजी के पसंदीदा व्यक्ति जिनसे वे बहुत प्रभावित थे, वे थे गौतम बुद्ध और हरिचंद्र।

गांधीजी के सबसे पसंदीदा लेखक लियो टॉलस्टॉय रहे।

 

 

महात्मा गांधी के प्रारंभिक जीवन।Early life of mahatma Gandhi

महात्मा गांधी का जन्म भारत के गुजरात राज्य के पोरबंदर में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद गांधी था जो पेशे से ब्रिटिश शासन के दौरान राजकोट के दीवान थे। उनकी माता का नाम पुतलीबाई था जो धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थीं। जिसका गांधी जी पर बहुत प्रभाव पड़ा। महात्मा गांधी का असली नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, वे अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे थे।

 

 

महात्मा गांधी का विवाह एवं बच्चे।Mahatma Gandhi Marital status

महात्मा गांधी की शादी महज 13 साल की छोटी उम्र में कर दी गई थी। उनका विवाह कस्तूरबा गांधी से हुआ था। कस्तूरबा एक शांत और धार्मिक किस्म की महिला थीं। गांधीजी और कस्तूरबा गांधी के 4 बेटे थे। जिनका नाम इस प्रकार है: हरिलाल गांधी ,रामदास गांधी, देवदास गांधी और मणिलाल गांधी थे चारों बेटो की प्रारंभिक शिक्षा पोरबंदर से हुई और राजकोट से उनकी आगे की पढ़ाई पूरी हुई थी।

 

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महात्मा गांधी जी की शिक्षा,पढ़ाई।Mahatma Gandhi education details

महात्मा गांधी ने 1887 में गुजरात के राजकोट से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी, मुंबई विश्वविद्यालय से मेट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए

सामरदास कॉलेज,भावनगर में प्रवेश लिया। वह अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए इंग्लैंड चले गये। जाने के बाद 1891 में 4 साल बाद बैरिस्टर की अपनी डिग्री पूरी करने के बाद भारत लौटे थे।

 

 

महात्मा गांधी के द्वारा किए गए आंदोलन।

महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए आंदोलन लिस्ट।Mahatma Gandhi Movements list

सन 1918 में चंपारण एवं खेड़ा सत्याग्रह किया

सन 1919 में खिलाफत आंदोलन किये।

सन 1920 में असहयोग आंदोलन की

1922 मे महात्मा गांधी का चौरी चौरा काण्ड

सन 1930 में अवज्ञा आंदोलन, नमक सत्याग्रह आंदोलन एवं दांडी यात्रा किया।

सन 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन किया।

तो चलिए जानते है गांधी जी के द्वारा चलाए गए इन सभी आंदोलन के बारे में विस्तार से :-

 

 

सन 1918 में चंपारण एवं खेड़ा सत्याग्रह।Champaran and Kheda Satyagraha

महात्मा गांधी ने 1918 में चंपारण और खेड़ा सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था। गांधीजी द्वारा शुरू किया गया यह आंदोलन ब्रिटिश जमींदार के खिलाफ था।  इस आंदोलन का मतलब था कि ब्रिटिश सरकार ने भारतीय किसानों को नील उगाने के लिए मजबूर किया।  और नील की एक निश्चित कीमत पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।  इन सभी अत्याचारों को देखने के बाद गांधी जी ने किसानों की मदद के लिए असहयोग आंदोलन शुरू किया। किसानो ओर बापू की एकता को देखकर ब्रिटिश सरकार को अपनी शर्तों से पीछे हटना पड़ा।

इस आंदोलन की सफलता के बाद, गांधीजी ने उसी वर्ष खेड़ा सत्याग्रह शुरू किया। गुजरात में खेड़ा नाम का एक गांव था जहां उस दौरान बाढ़ आई थी। इसके कारण किसान ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए कर का भुगतान करने में असमर्थ हो रहे थे। किसानों ने इसके निवारण के लिए महात्मा गांधी का सहायता ली। बड़ी संख्या में किसान एकत्र हुए और गांधीजी के साथ खड़े हो गए। कुछ समय बाद इस आंदोलन का असर हुआ, तब ब्रिटिश सरकार ने किसानों पर लगने वाले कर को बदल दिया और किसान को राहत मिली।

 

 

सन 1919 में खिलाफत आंदोलन।Khilafat Movement short information hindi

1919 में गांधीजी ने मुसलमानों द्वारा चलाए जा रहे खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया। इस आंदोलन के दौरान गांधी जी ने पूरे देश के मुसलमानों का एक सम्मेलन किया, वे इस सम्मेलन के मुख्य प्रवक्ता थे। इस आंदोलन का उद्देश्य तुर्की खलीफा के पद को फिर से स्थापित करना था। गांधीजी चाहते थे कि इस आंदोलन के बाद हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एकता बढ़े, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके अलावा, 1922 में खिलाफत आंदोलन मुस्लिम समाज और गांधीजी के पूरे प्रयासों के बाद भी असफल रहा।

 

 

सन 1920 असहयोग आंदोलन।Non-Cooperation Movement

असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था। इस आंदोलन के शुरू होने के अनेक कारण थे। पहला रॉलेट एक्ट का पारित होना था।  दुसरा पंजाब के अमृतसर जलियांवाला बाग में चल रही शांति सभा में अचानक हजारों लोगों को अंग्रेजों ने बेरहमी से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। असहयोग आंदोलन का एक ही उद्देश्य था कि अब कोई भी भारतीय ब्रिटिश सरकार की मदद नहीं करेगा।  ब्रिटिश सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, कारखानों और कई तरह के कार्यस्थलों में काम करने से मना कर दिया गया था। उस समय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। जिससे बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे थे तो वही बड़े काम से। इसके बाद भी लोगों ने पीछे नहीं हटने की ठानी। लेकिन चोरा चोरी घटना के बाद   गांधीजी को आंदोलन को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा।

 

 

(1922 मे) महात्मा गांधी का चौरी चौरा काण्ड।

भारतीय राजनीतिक दल कांग्रेस ने 5 फरवरी 1922 को चोरी चोरा गांव में एक जुलूस निकाला। जुलूस में हिंसा भड़क उठी।  हिंसा की वजह यह थी कि पुलिसकर्मियों ने जुलूस को रोकने की कोशिश की थी। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने थाने में आग लगा दी।  जिसमें एक पुलिस अधिकारी समेत 12 जवानों की जलने से मौत हो गई।

 

 

सन 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन। नमक सत्याग्रह आंदोलन। दांडी यात्रा।Civil disobedience movement।Salt Satyagraha Movement।Dandi Yatra

महात्मा गांधी ने 1930 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू किया था। जिसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाए गए कानून को स्वीकार करना नहीं था।  कानून था कि अब कोई भी नागरिक नमक नहीं बनाएगा। जिसके खिलाफ गांधी जी ने 12 मार्च 1921 को दांडी यात्रा शुरू की थी। वह सबसे पहले दांडी स्थान पर पहुंचे जहां नमक बनाया जाता था। वहां जाकर ब्रिटिश सरकार द्वारा नमक बनाकर बनाए गए कानून को तोड़ा।  इस प्रयास के बाद ब्रिटिश सरकार दंग रह गई। यह देख पूरा देश इस आंदोलन के समर्थन में खड़ा हो गया। देश की एकता के आगे ब्रिटिश सरकार को अपना कानून वापस लेना पड़ा और फिर से भारतीय नागरिक नमक बनाने लगे।

 

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए  गाँधी जी का संघर्ष के बारे में इस आर्टिकल में डिटेल में जाने-click here wikipedia

 

सन 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन।Bhart chhodo Movement

गांधीजी के कई आंदोलनों में एक भारत छोड़ो आंदोलन भी शामिल है। जिसका अंग्रेजों पर बहुत प्रभाव पड़ा। उस समय भारतीयों का खून अंग्रेजों के खिलाफ खोल रहा था। चाहे छोटे और बड़े बच्चे सभी अंग्रेजों को भगाने के लिए निकले पड़े थे। यह आंदोलन असफल रहा गलत नीतियों के कारण। लेकिन इस आंदोलन का प्रभाव इतना अधिक था कि ब्रिटिश सरकार को एहसास हुआ कि अब भारत में रहने का मतलब मौत को बुलावा देना होगा।

 

महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का खिताब किसने दिया था।

महात्मा गांधी को सबसे पहले भारत के महान व्यक्ति सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रपिता कहा था। 4 जून 1944 को सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर रेडियो के माध्यम से एक संदेश प्राप्त करते हुए गांधी को राष्ट्रपिता के रूप में संबोधित किया। कुछ समय बाद भारत सरकार ने राष्ट्रपिता के इस महान नाम को मान्यता दी।

 

 

महात्मा गांधी को पहली बार बापू किसने कहा था।

साल 1919 में जब ब्रिटिश सरकार किसानों के साथ बर्बरता कर रही थी। उनमें एक राजकुमार शुक्ल थे जिन्होंने अंग्रेजों के इस अत्याचार से निपटने के लिए महात्मा गांधी को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्हें सम्मानजनक स्वरों से बापू कहा गया। इसके बाद गांधीजी खुद को चंपारण आने से नहीं रोक पाए। यानी जिसने उन्हें पहली बार बापू कहा था, वह चंपारण के किसान राजकुमार शुक्ल थे।

 

गांधी जी ने आंदोलन पर बल क्यों दिया था?

गांधीजी कानून की डिग्री हासिल करने के बाद इंग्लैंड से वापस भारत लौट आए और कुछ समय के लिए कानून का अभ्यास किया। लेकिन अंग्रेजों के भारतीयों पर हो रहे अत्याचारों को देखकर वह लोगों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने देखा कि उस समय अंग्रेज उनसे ज्यादा शक्तिशाली थे, उनके पास कई तरह के घातक हथियार थे। इनसब देखकर उन्होंने केवल अहिंसा के बल पर अंग्रेजों को जवाब देना सही समझा और उन्होंने भारतीयों को बताना शुरू किया कि अहिंसा में कितनी शक्ति है। उन्होंने सबसे पहले 1918 में चंपारण आंदोलन के साथ आंदोलन शुरू किया था। चंपारण आंदोलन का मुख्य कारण ब्रिटिश गवर्नर द्वारा जबरन नील की खेती करने के लिए मजबूर किया गया था और नील को इसे एक निश्चित कीमत पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।

 

 

महात्मा गांधी की मृत्यु एवं हत्यारे का नाम। Mahatma Gandhi death and killer’s name

महात्मा गांधी की मृत्यु 30 जनवरी 1948 हुआ। जब गाँधी जी  दिल्ली के बिड़ला हाउस में शाम 5:17 बजे एक प्रार्थना सभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान हिंदू कार्यकर्ता नाथूराम गोडसे ने

गांधीजी के सीने में तीन गोलियां चला दी। हे राम आखिरी बार गांधी जी के मुंह से निकले थे। हत्यारे नाथूराम गोडसे को गिरफ्तार कर 1949 मे मौत की सजा सुनाई गई थी।

 

 

महात्मा गांधी जयंती क्यों मनाया जाता है। Mahatma Gandhi Jayanti in hindi

गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। इस दिन को इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। 2अक्टूबर को गांधी जयंती को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे देश में राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया गया है। इस दिन स्कूल, कॉलेज, और ऑफिस में छुट्टी होती है। जिस दिन हम सभी गांधी जी को दिल से याद करते हैं।

 

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गांधी जी से जुड़े कुछ अन्य रोचक बातें।Mahatma Gandhi facts hindi

  • जब गांधी जी दक्षिण अफ्रीका में प्रथम श्रेणी की ट्रेन में यात्रा कर रहे थे तभी एक अंग्रेज ने नस्लवाद के कारण गांधी जी को ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था। जबकि गांधीजी के पास यात्रा करने के टिकट थे।

 

  • वर्ष 1930 में गांधी जी को टाइम मैगजीन ने मैन ऑफ द ईयर चुना था।

 

  • गांधीजी कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए। जहां से वे 1826 में बैरिस्टर की पढ़ाई पूरी करके भारत लौट आए।

 

  • गांधीजी ने हमेशा भारतीय लोगों को स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया था।

 

  • गांधीजी ने देश में असफल अस्पृश्यता को दूर करने के लिए बहुत प्रयास किए थे।

 

  • दुनिया के महान आविष्कारक अल्बर्ट आइंस्टीन बापू से बहुत प्रभावित थे, उन्होंने कहा कि जो लोग आएंगे उन्हें विश्वास नहीं होगा कि पृथ्वी पर एक इंसान के रूप में ऐसा कोई व्यक्ति था।

जवाहरलाल नेहरू पर निबंध।Jawaharlal nehru essay (500 word) in hindi

महात्मा गांधी मूवी लिस्ट। Mahatma Gandhi movies in hindi

राम को नौ घंटे 1963

गांधी 1982

सरदार 1993

द मेकिंग ऑफ़ महात्मा 1996

गांधी मेरे पिता 2007

हे राम 2000

लगे रहो मुन्ना भाई 2006

मैने गांधी को नहीं मारे 2005

डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर 2010

 

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महात्मा गांधी के द्वारा लिखी गई किताबें।Books inspired by Gandhi

Satya ke prayog 1925

Hindi Swaraj 1909

The essential Gandhi 1962

The words of Gandhi 1982

Mahatma Gandhi 1951

All men are brothers 1953

Pathway to God 1971

Non violent Resistance 1951 

India of my dreams 1947

The wit and wisdom of Gandhi 1951

Gandhi on non violence 1965

Satyagraha in South Africa 1928

The collected works of Mahatma Gandhi 1958

Gandhi’s Health guide 1921

Third class in Indian Railways 1917

Hindi Swaraj 1997

Key to health 1948

Mind of Mahatma Gandhi 1945

The moral basis of vegetarianism 2019

Constructive programme 1941

From yeravda mandir 1933

Conquest of self 1943

The penguin Gandhi reader 1956

Gandhi on christanity 1991

Teachings of Mahatma Gandhi 1945

Village Swaraj 2006 

Anasaktiyogi : the gospel 

1946

Gandhi on Islam  2004

Non violence in pieceand war 1942

Swaraj  In one year 1921

Sermon on the sea 1924

God is truth 1962

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Gandhi ji FAQ -लोगों के द्वारा पूछे गए सवाल:- 

 

गांधी जी की पत्नी का नाम क्या था?

महात्मा गांधी जी की शादी महज 13 साल की उम्र में कस्तूरबा गांधी से हो गई थी।

 

गांधीजी प्रथम बार जेल कब गए थे?

गांधीजी ने देश को ब्रिटिश सरकार से आजादी दिलाने के लिए कई आंदोलन किए, जिसमें उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान वे कई बार जेल भी गए।1अगस्त 1933 को गांधी जी पहली बार जेल गए।

 

गांधी जी के कितने बेटे थे?

महात्मा गांधीजी के चार बेटे थे हरीलाल गांधी, रामदास गांधी देवदास गांधी, और मणिलाल गाँधी था।

 

महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु कौन थे?

रामचंद्र जी महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु थे।  गांधीजी और गुरु रामचंद्र की पहली मुलाकात 1891 में मुंबई, महाराष्ट्र में हुई थी। उनसे मिलने के बाद वह बहुत प्रभावित हुए।

 

महात्मा गांधी की माता और पिता का नाम क्या है?

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद गांधी और माता का नाम पुतलीबाई था।

 

महात्मा गांधी जी में क्या-क्या गुण थे?

गांधीजी ने ब्रिटिश शासन के माध्यम से विभिन्न समस्याओं का मुकाबला किया लेकिन वे कभी पीछे नहीं हटे।

 

गांधीजी के अंदर शांति के विचार भरे हुए थे। वह कभी हिंसा का शिकार नहीं हुए।

उनका मानना ​​था पहले खुद को बदलें तभी आप समाज को बदल सकते हैं।

महात्मा गांधी हमेशा मानते थे कि ईश्वर का कोई धर्म नहीं होता।

 

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